Gaya News: RPF कांस्टेबल भर्ती का विज्ञापन निकाल कर रहे थे डॉलर में कमाई, ऐसे खुला राज ? देखें पूरी डिटेल – आप सभी को पता है कि पिछले लगातार दिनों से RPF Constable New Bharti 2023 की कुल 19,800 पदों की भर्ती को लेकर फर्जी विज्ञापन सोशल मीडिया पर फैल रहा है। यह विज्ञापन दो युवकों ने साथ मिलकर गवर्मेंट जॉब सेंटर व्हाट्सएप ग्रुप तथा टेलीग्राम चैनल एजुकेशन की दुनिया में प्रकाशित किया गया था। जब इसकी सूचना IT Cell RPF, Jabalpur WCR के द्वारा गया आरपीएफ पोस्ट को मिली। तब पता चला जिस में फर्जी वेबसाइट से आरपीएफ की फर्जी भर्ती का विज्ञापन प्रकाशित किया गया था।
तिलोरा गांव में पुलिस द्वारा रेड की थी
आरपीएफ कांस्टेबल भर्ती के फर्जी विज्ञापन की सूचना की सत्यता की जांच के लिए आईटी सेल जबलपुर द्वारा उपलब्ध कराया गया। जो मोबाइल संख्या प्राप्त हुई थी उन्हें जिला पुलिस प्रशासन साइबर सेल से टावर लोकेशन प्राप्त की गई। जिसका टावर लोकेशन एसडीआर में दिए गए पते पर केंद्रित पाया गया है। जिसके बाद RPF POST GAYA एवं सीआईबी गया के अधिकारीएवं जवान की टीम बनाकर स्थानीय थाना वजीरगंज को सूचित करते हुए प्राप्त लोकेशन गया के वजीरगंज थाना क्षेत्र के तिलोरा गांव पहुंच कर दिए गए पता पर छापेमारी की गई।
इस षड्यंत्र में पुलिस ने दो युवकों को किया गिरफ्तार
जब इस षड्यंत्र की छापेमारी की गई इस दौरान उन युवकों के घर के एक कमरे में दो व्यक्ति मोबाइल व लैपटॉप पर काम करते मिले थे। दोनों व्यक्तियों से पुलिस टीम द्वारा पूछा गया तब एक युवक ने अपना नाम कुंदन कुमार उम्र करीब 21 तथा एक युवक ने अपना नाम सोनु कुमार उम्र करीब 22 वर्ष बताया गया। पुलिस टीम द्वारा दोनों व्यक्तियों के कब्जे से बरामद मोबाइल और लैपटॉप को चेक करने पर उक्त दोनों व्यक्तियों द्वारा बनाए गए व्हाट्सएप, टेलीग्राम और वेबसाइट के माध्यम से RPF Constable New Bharti -2023 का फर्जी विज्ञापन पोस्ट किया हुआ पाया गया था। जब टीम द्वारा उन युवकों का टेलीग्राम एप चेक किया गया तब टेलीग्राम चैनल Education ki duniya का प्रोमोटर तथा एडमिन दोनों युवक पाए गए थे।
फर्जी भर्ती विज्ञप्ति के गिरफ्तार आरोपियों ने खोला राज
जब प्रशासन द्वारा फर्जी भर्ती विज्ञप्ति के बारे में पूछने का प्रयास किया तब दोनों युवकों द्वारा बताया गया है कि ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से यूज़र की संख्या बढ़ाने को लेकर तथा अमेरिकी डॉलर में पैसा कमाने के लिए यह काम किया गया था उन्होंने यह भी बताया है कि फर्जी विज्ञापन के कारण लोग वेबसाइट पर ज्यादा रुकते हैं। और इसी वजह से हमें अधिक डॉलर में पैसे मिलता हैं। दोनों युवक कौन है इस काम को लेकर शुरुआत 2019 में की थी यह भी बताया गया है। आप सभी को बता दें कि तत्पश्चात उक्त दोनों व्यक्तियों को भर्ती विज्ञापन की सत्यता की जांच किए बिना सदोष लाभ हेतु भर्ती विज्ञापन प्रकाशित किए जाने का अपराध बताते हुए आईटी अधिनियम का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर स्थानीय थाना वजीरगंज गया को अग्रिम कार्रवाई हेतु सुपुर्द किया गया है।
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